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Political Science eBooks

If you like Political Science eBooks, then you'll love these top picks.
Showing 1 - 24 of 110 Results
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  • दुनिया को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है

    पुस्तक इस प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करती है कि पृथ्वी पर जीवन कैसे जीवित रह सकता है।अन्यायपूर्ण युद्ध के स्थान पर न्यायपूर्ण शांति हो, अनावश्यक संघर्ष के स्थान पर सद्भाव हो, घृणा के स्थान पर प्रेम हो, उत्पीड़ितों के लिए स्वतंत्रता हो, जिनके पास कुछ नहीं है उनके लिए भोजन और आश्रय हो, वहां साफ हवा और पानी हो, जहां यह अब प्रदूषित है, क्या क्षतिग्रस्त प्रकृति को बहाल किया जा सकता है, क्या स्वास्थ ... Read more

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  • विश्व गुरू बनना है तो (Viswa Guru Banna Hai To)

    आजादी के 75 वर्षों के बाद आज भी यदि हम अपने देश भारत की तुलना दूसरे विकसित देशों से करते हैं तो कहीं ना कहीं हमें यह अनुभव होता है कि हमें अपनी व्यवस्थाओं को और सशक्त करने तथा उन्हें सुधारने की आवश्यकता है।किसी भी देश का विकास उस देश की नीति तथा व्यवस्था में निहित है। यदि देश की व्यवस्था लचर होती है तो देश प्रगति के पथ पर उस गति से आगे नहीं बढ़ सकता जिस गति से उसे बढ़ना चाहिए। इस पुस्तक को बनाने क ... Read more

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  • हम अतीत से क्या सीख सकते हैं

    यदि हम इतिहास से नहीं सीखेंगे तो हम अतीत और वर्तमान की गलतियाँ दोहराएँगे। यह पहले अच्छी बात नहीं थी, लेकिन आज यह पृथ्वी पर जीवन को ख़तरे में डाल सकती है। यह पुस्तक इस प्रश्न का समाधान करती है, "क्या चीजें अलग हो सकती थीं?" ऐसे समय होते हैं जब कोई विकल्प युद्ध या शांति, खुशी या नाखुशी का निर्धारण करता है। हम उन नोड्स को कहते हैं. पुस्तक में 120 इतिहास के पाठ भी शामिल हैं और कुछ विषयों पर गहराई से ... Read more

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  • भारत का सांस्कृतिक विकास: जरूरत आत्म-अन्वेषण की

    by Santosh Jha ...
    एक बेहद मासूम सी गुफतगूं की आरजू, शब्दों की सतरंगी पोशाक पहनने की जिद ठाने बैठी थी। मैंने उसे डराया भी कि शब्दों से संवाद की बदगुमानी अच्छी नहीं। पर जिद के आगे झुकना पड़ा। आपसे गुजारिश और यह उम्मीद भी कि आपकी स्वीकृति उसी प्रेम व करुणा के भावों में मिलेगी, जिस भाव में अभिव्यक्ति की अल्हड़ सी कोशिश है। लफ्जों की इस नौरंगी-नार की पजीराई कीजिए। इस संवाद से दिलरुबाई कीजिए। ... Read more

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  • चाणक्य एक योद्धा : राजा चन्द्रगुप्त मौर्य, राजा बिन्दुसार, राजा अशोका की कहानी

    मैं भारत हूं ,मैं आज आपको मेरी ही कहानी सुनाता हूं, जब इसासे 300 साल पूर्व मेसीडोनिया का राजा सिकंदर भारत विजय के लिए निकला था ,यह वह समय था जब मेसिडोनिया का राजा सिकंदर भारत हर एक राजा को पराजित करते जा रहा था. सिकंदर दिल में दुनिया का ख्वाब लिए एक से एक देश को रोगते जा रहा था ,ऐसे खतरनाक राजा का खौफ अभी मेरी सीमाओं पर दस्तक दे रहा था, और मुझे इंतजार था उसका जो मुझे सिकंदर के संभावित खतरे से बचात ... Read more

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  • पैसा बनाया नहीं जाता, पैदा किया जाता है : डॉलर की कहानी

    दुनिया में इतनी सारी महाशक्तियाँ हैंलेकिन सबकी मुद्रा को छोड़कर डॉलर को वैश्विक मुद्रा क्यों बनाया गया?दूसरे देशों की ऐसी क्या मजबूरी थी कि उन्हें अमेरिकी डॉलर को वैश्विक मुद्रा बनाने पर मजबूर होना पड़ा?चाहे वह कितनी भी बड़ी महाशक्ति हो, चाहे वह रूस ही क्यों न हो?अगर अमेरिका प्रतिबंध लगाता है तोउस देश की अर्थव्यवस्था रातों-रात क्यों ठप हो जाती है?और केवल अमेरिकी प्रतिबंध की ही बात क्यों की जाती है ... Read more

    $0.99 USD or Free with Kobo Plus

  • देवताओं की शरारत

    साम्यवाद के गढ़ से पूंजीवाद के तहखानों तक

    Series series The Gods Must Be Crazy! A Tiger Ride from Cradle of Communism to Catacomb of Capitalism
    यह अमरीका का हाफटाइम है!एय यी या यी! हम एक नई विश्व व्यवस्था के बीच में हैं!साम्राज्यों का उदय, पतन और अस्त होता रहता है। इतिहास ने इस चक्र को रोमन, ओटोमन्स और अंग्रेजों के साथ होता देखा है। वे सभी पतन को प्राप्त हो चुके हैं, और अगर हम सावधान नहीं रहे, तो अगला नंबर अमरीका का होगा।आज के कई उद्यम कर्ज के आदी अत्यधिक वित्तीय इंजीनियरिंग मेंढक हैं जो गुनगुने सांप के तेल में फड़फड़ाते हैं। दुर्भाग्य से ... Read more

    $0.99 USD

  • Bharat Parivartan Ki Aur Part 1 भारत परिवर्तन की ओर भाग १

    From Bharat's View, from Bharat's perspective, Bharat is marching towards change. An sincere attempt to enclair the historical footprints of Bharatभारत के विचार से, भारत के द्रुष्टिकोन से, भारत परिवर्तन की ओर चल पडा । इतिहास के इन पदचिह्नों की छोटीसी झलक शव्दवद्ध करने का यह विनम्र प्रयास ... Read more

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  • वैश्विक चुनौतियों और समाधान: एक व्यापक अवलोकन वैश्विक प्राथमिकताएँ: एक बेहतर दुनिया के लिए महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करना।

    तेजी से तकनीकी प्रगति, पर्यावरण संकटों, और बदलते भूराजनी दृश्यों से चिह्नित एक युग में, हमारी दुनिया के सामने कई जटिल चुनौतियाँ हैं। जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणिक संरक्षण के अत्यावश्यक आवश्यकता से लेकर वैश्विक संबंधों और शांति स्थापना की जटिलताओं तक, प्रत्येक मुद्दे को एक सूक्ष्म समझने और संयोजित प्रक्रिया की आवश्यकता है। यह निबंधों का संग्रह, "वैश्विक चुनौतियों और समाधान," बीस महत्वपूर्ण वैश्विक ... Read more

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  • पर्यावरण कानूनों का परिचय

    पर्यावरण किसी भी देश और उसके लोगों के लिए एक अनमोल संसाधन है। भारत जैसे तेजी से विकासशील देशों के लिए प्रदूषण, वनों की कटाई, वन्यजीवों और समुद्री जीवन के गायब होने जैसी कई पर्यावरणीय समस्याएं हैं। इसलिए पर्यावरण को विनाश से बचाने और संरक्षित करने के लिए पर्यावरण कानूनों की आवश्यकता है।इस पुस्तक में, हम सबसे पहले पर्यावरण से संबंधित मुद्दों का परिचय प्रस्तुत करते हैं। फिर हम पर्यावरण की रक्षा के ल ... Read more

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  • देवताओं की शरारत

    साम्यवाद के गढ़ से पूंजीवाद के तहखानों तक

    Series series The Gods Must Be Crazy! A Tiger Ride from Cradle of Communism to Catacomb of Capitalism
    यह अमरीका का हाफटाइम है!एय यी या यी! हम एक नई विश्व व्यवस्था के बीच में हैं!साम्राज्यों का उदय, पतन और अस्त होता रहता है। इतिहास ने इस चक्र को रोमन, ओटोमन्स और अंग्रेजों के साथ होता देखा है। वे सभी पतन को प्राप्त हो चुके हैं, और अगर हम सावधान नहीं रहे, तो अगला नंबर अमरीका का होगा।आज के कई उद्यम कर्ज के आदी अत्यधिक वित्तीय इंजीनियरिंग मेंढक हैं जो गुनगुने सांप के तेल में फड़फड़ाते हैं। दुर्भाग्य से ... Read more

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  • विश्व उत्तर कोरिया के खिलाफ विफल

    राजशाही , जिद, पागलपन , निर्णय लेने की शकित।दोस्तों यह किताब एक पावरफुल लीडर के बारे में, जो कि दुनिया में किसी की भी सुनता ही नहीं है, यह एक छोटा सा आर्टिकल है, जो एक किताब के रूप में आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं, यह किताब काफी छोटी है लेकिन इसको पढ़कर आपको काफी जानकारियां मिलेगी.तो दोस्तों हाल ही में नॉर्थ कोरिया state-run मीडिया मतलब KNCA यह बताया है कि नॉर्थ सुप्रीम लीडर किम जॉन अपने देश को ... Read more

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  • Vastunishth Bhartiya Rajvyavastha -1: Rashtrapati

    by Vikash Gautam ...
    यह पुस्तक किसी भी प्रतियोगी परीक्षा तथा राष्ट्रपति से सम्बन्धित सामान्य जानकारी के लिए उपयोगी है। कम समय में अधिक जानकारी इस पुस्तक की प्रमुख विशेषता है। इस पुस्तक का स्वरूप वस्तुनिष्ठ है । ... Read more

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  • श्रम कानूनों का परिचय

    श्रम कानून काम और श्रम की स्थितियों को नियंत्रित करते हैं। वे कई तरह से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं: प्रबंधन द्वारा शोषण को रोकने के लिए, इस्तीफा देने के लिए मजबूर होने से रोकने के लिए, कार्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए, अच्छी काम करने की स्थिति सुनिश्चित करने और एक खुशहाल कार्यबल के लिए परिस्थितियों का निर्माण करने के लिए। भारतीय संविधान और विभिन्न श्रम कानूनों में कई कानून और सुरक्षा प्रदान की ... Read more

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  • Vyangy-Upnyas Ke Aaeene Mein Gyan Chaturvedi

    "सिर्फ़ ज्ञान चतुर्वेदी एक ऐसा व्यंग्य-लेखक है, जिसकी प्रतिभा किसी गंवई स्टेशन पर दूर से आती हुई डाकगाड़ी की हेडलाइट की भांति चमकती है और जो धड़धड़ाती हुई आगे निकल जाती है। लिखने में सचमुच अद्वितीय, ज्ञान चतुर्वेदी उन विरले लेखकों में से हैं, जो 'क्लासिकल' होने की सारी आशंकाएँ अपने भीतर समेटे हैं।"- रवींद्रनाथ त्यागी ... Read more

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  • Citizenship Amendment Bill (नागरिकता संशोधन विधेयक)

    नागरिकता बिल में इस संशोधन से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदुओं के साथ ही सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों के लिए बगैर वैध दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो जाएगा। 1950 में संविधान लागू होने के बाद अभी तक इसमें 103 संशोधन किए जा चुके हैं और हाल ही में एक संशोधन बिल भी 'नागरिक संशोधन बिल' लोकसभा एवं राज्यसभा में पारित हो गई। इस बिल में यह प्रावधान दिया ... Read more

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  • फेसबुक राजनेता और पारंपरिक राजनेता

    फेसबुक राजनेताओं का भविष्य क्या होगा?

    by Wael, El=Mazalawy ...
    Translated by Mahesh Kumar ...
    दुनिया ने लाखों अरबियों को क्रान्ति चौक पर प्रदर्शन करते हुए देखा है। लेकिन क्रांति की शुरुवात फेसबुक और ट्विटर से शुरू हुई थी। उदाहरण के लिए "वी आर ऑल खालिद सईद पेज" ने मिस्र की क्रांति का पहला प्रदर्शन आयोजित किया था।यह पुस्तक मध्य पूर्व में फेसबुक से जन्में राजनेताओं की रस्म का विश्लेषण करने का एक प्रयास है। एक फेसबुक राजनेता होने के नाते मेरे अपने अनुभव ने मुझे इस घटना का विश्लेषण करने और इसकी ... Read more

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  • भारत एक और विभाजन की और

    भारत या इंडिया या हिंदुस्तान आखिर है क्या ? भारत का विभाजन हुआ ही क्यों था ? और क्या यह विभाजन अंतिम था ? क्या भारत का और कोई विभाजन हो सकता है या होगा? क्या विभाजन अपरिहार्य है ? या इससे टाला जा सकता है? यह कुछ ऐसे सवाल है जो हर सच्चे भारतीय को देर- सबेर चुभते और परेशान करते रहते है | इन्ही कुछ सवालो की पड़ताल करने और भारत के एक और विभाजन की भयावह संभावनाओ पर विचार करने के लिए और इससे बचने के लिए ... Read more

    $1.00 USD or Free with Kobo Plus

  • 2024 की रणभूमि

    यह पुस्तक 2024 के लोकसभा चुनावों पर है. इस पुस्तक के माध्यम से, हम यूपीए अवधि से मोदी अवधि तक की अवधि का अध्ययन करेंगे और भविष्य की राजनीतिक स्थिति को समझने की कोशिश करेंगे और इस देश में यूपीए से इस देश में क्या बड़े बदलाव हुए हैं इसके अलावा मोदी सरकार, जो 2024 के चुनावों में हावी होगी. मैं उन मुद्दों को गंभीरता से समझने की कोशिश करूंगा. 2024 का युद्धक्षेत्र न केवल अगले पांच वर्षों का भारत तय करेग ... Read more

    $1.19 USD or Free with Kobo Plus

  • Pariksha Mantra

    by Rohan bisht ...
    'Pariksha Mantra' eBook provides an updated information of sections like National, International, Economic, State, Corporate, Environment & Ecology and Science & Technology, Personalities, Appointments, Awards, Committees/Commissions that took place in the month is available. ... Read more

    $1.43 USD

  • Vishva ke Mahan Bhashan

    “अब हमें पूर्ण संकल्प लेना चाहिए, ताकि शहीदों का बलिदान व्यर्थ न जाए, ताकि इस राष्ट्र में स्वाधीनता का नया जन्म हो, ताकि जनता की सरकार, जनता के द्वारा संचालित सरकार, जनता के निमित्त सरकार इस धरती से विनष्ट न हो जाए।”—अब्राहम लिंकन“मैं बंधन और पराधीनता को बिलकुल आवश्यक नहीं मानता। मेरे मन में हर व्यक्ति के लिए हमेशा से सम्मान रहा है; लेकिन हिंसा और गुटबाजी से मुझे नफरत रही है।”—अल्बर्ट आइंस्टीन“अपन ... Read more

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  • Yogi ka Ramrajya (योगी का रामराज्य)

    यह योगी के जीवन पर आधारित एक ऐसा उपन्यास है जिसमें योगी आदित्यनाथ के व्यक्तित्व और कृतित्व के प्रति आम जन-मानस की धारणा के अनरूप चित्रित किया गया है। उपन्यास में वर्णित सभी प्रमुख घटनाएँ जो कथानक और पात्रों के चरित्र को प्रभावित करती हैं, वे सत्य हैं। हालाँकि कहीं-कहीं किसी विशेष भाव को उकेरने, किसी पात्र के चरित्र को दर्शाने या किसी कथ्य को प्रेषित करने हेतु कुछ छोटे-मोटे काल्पनिक दृश्यों का भी ... Read more

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  • डॉलर का अंत

    डॉलर का अंतडॉलर का सफाया होने जा रहा हैदुनिया की इकोनॉमी का क्या होगा ? उच्च मुद्रास्फीति आ रही हैदोस्तों आज हम उस डॉलर की बात करेंगे जिसने विश्व पर राज किया है, यह वही डॉलर है जिसे आप दुनिया के किसी भी कोने में ले जाकर एक्सचेंज कर सकते हैं, जी हां हम उसी डॉलर के बारे में बात करेंगे जो लास्ट 80 सालों से एक प्रिपेयर रिसीव करेंसी बन कर राज कर रहे हैं, दुनिया के सारे सेंट्रल बैंक इंटरनेशनल ट्रांजैक ... Read more

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  • Swachh Bharat Samridh Bharat

    स्वच्छ भारत समृद्ध भारत

    पुस्तक में स्वच्छता और पर्यावरण से जुड़े इन्हीं मुद्दों को विस्तारपूर्वक उठाने का प्रयास किया गया है। यह पुस्तक वास्तव में महत्वपूर्ण भी है और आवश्यक भी। जाने-माने लेखक और चिंतक पंकज के. सिंह इस पुस्तक के माध्यम से देश के नागरिकों का ध्यान स्वच्छता जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण एवं प्रत्येक व्यक्ति के जीवन से जुड़े विषय की ओर आकृष्ट कर रहे हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि आज भारत गंभीर रूप से गंदगी और प्रदूषण ... Read more

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