Skip to main content

Shopping Cart

You're getting the VIP treatment!

Item(s) unavailable for purchase
Please review your cart. You can remove the unavailable item(s) now or we'll automatically remove it at Checkout.
itemsitem
itemsitem

Recommended For You

Loading...

Philosophy eBooks

If you like Philosophy eBooks, then you'll love these top picks.
Showing 1 - 24 of 139 Results
Skip side bar filters
  • "मानव ज्ञान के अतिरिक्त भगवान की प्रकृति पर खोज"

    "मानव ज्ञान के पार ईश्वर की प्रकृति के खोज।" धार्मिक तत्वों के विशेषज्ञों द्वारा लिखी गई, यह पुस्तक आपको ईश्वर की प्रकृति को अन्वेषण और समझने में मदद करने के लिए सावधानीपूर्वक विकसित की गई है। पृष्ठों के माध्यम से, हम मौलिक धार्मिक अवधारणाओं में डूबेंगे, विभिन्न धार्मिक दृष्टिकोणों का परीक्षण करेंगे, और आपको आत्मिक समझ को गहरा करने में मदद करने वाले विचार साझा करेंगे। यदि आप दिव्यता के बारे में उत ... Read more

    $8.00 USD or Free with Kobo Plus

  • 108 Upnishad (108 उपनिषद)

    भारतीय संस्कृति में जितना महत्त्वपूर्ण स्थान वेदों, पुराणों रामायण, गीता, महाभारत आदि ग्रंथों का है, उतना ही महत्त्व उपनिषदों का भी है। उपनिषदों में हिंदू धर्म के हर विषय का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है।उपनिषद कुल संख्या में 108 हैं । हमने उन 108 उपनिषदों को अपने पाठकों के लिए अत्यंत सरल और सुगम भाषा में इस पुस्तक में प्रस्तुत किया है।-प्रकाशक ... Read more

    $1.99 USD or Free with Kobo Plus

  • Aadhyatmik Ramayan

    "इस पुस्तक में कोई कथा या कहानी नही है जो सामान्य रूप से आप पढ़ते है इस पुस्तक के माध्यम से आप पाठकों को अपने स्वयम से परिचय करने का मौका मिलेगा , इसमें यही दर्शाया गया है कि कंहा और कैसे किस रूप में रामायण जी के समस्त पात्र आपके भीतर ही मौजूद है जिन्हें आप बाहर खोजते फिरते है कुछ प्रसंग जो रामायण जी मे घटित दर्शाए है वो कंहा और कैसे आपके जीवन मे भी मौजूद है ,जब आप इस पुस्तक को पूरा पढ़ेंगे तो मेरा ... Read more

    $0.99 USD or Free with Kobo Plus

  • Aatma Sutra

    Aatma Ka Anavaran

    by Hingori ...
    This book hopes to act as an internal X-ray mirror, reflecting you to YOU.Through anecdotes, spiritual stories and the teachings of one of the most powerful men who lived in the past few centuries, it hopes to help you put together the jigsaw puzzle of yourself.You’d be surprised that there is a lot more to you that you did not know...but should!In the journey through this audiobook, learn to ... Read more

    $2.15 USD

  • Anhad / अनहद

    भटकाव, इस काल खंड की सबसे बड़ी विडंबना रही है। मिलावट से लबरेज मिश्रित ज्ञान, सोच को कुंठित कर रहा है। ऐसा नहीं है कि इस पुस्तक के अध्ययन मात्र से विचारों की समग्र कुंठा, क्षण मात्र में फना हो जायेगा। मुमकिन है कि एक नये कुंठा की उत्पत्ति हो जाए। क्योंकि, इस पुस्तक में ज्ञान के जिस गुणसूत्र को समाहित करने की कोशिश की गई है, उसका संबंध उदाप्त विचारों में समाहित होता है। इसको समझने के लिए अनहद की ... Read more

    $1.00 USD or Free with Kobo Plus

  • Asambhav Kranti (Hindi Rligious)

    असंभव क्रांति

    by Osho ...
    Lectures by Acharya Rajneesh ... Read more

    $2.99 USD

  • Ashtavakra Gita (अष्टावक्र-गीता)

    by Govind Singh ...
    ‘अष्टावक्र गीता’ भारतीय अध्यात्म साहित्य की अनमोल निधि है। इसका महत्त्व भगवद्गीता से कम नहीं ।मिथिला नरेश और शरीर से अत्यन्त कुरूप मुनि ‘अष्टावक्र’ के आपसी संवाद अध्यात्म-साहित्य की ऐसी धरोहर हैं, जिस पर गर्व किया जा सकता है ।संस्कृत साहित्य के इसी अनुपम ग्रंथ का मूल संस्कृत से सरल भावानुवाद अविकल रूप से प्रकाशित है। ... Read more

    $2.99 USD or Free with Kobo Plus

  • AVINASHI GYAN

    by BALRAM NARULA ...
    “Avinashi Gyan” or Imperishable Knowledge explains the inner conflicts of human beings, who are always wanting answers to peculiar situations our life put us thorugh. This book enlightens the reader on how to deal with these situation in a language easy to understand and serves as a guiding force in becoming an ethical human being. If this book is read and its priciples adopted religiously, the ... Read more

    $6.00 USD

  • Bhagavad-Gita

    ज्ञान की आवाज़ कई युगों से, कई भाषाओं में बोलती हुई प्रतीत होती है - लाओत्से की चीनी से लेकर शेक्सपियर की अंग्रेजी तक, मुहम्मद की अरबी से लेकर हेगेल की जर्मन तक। आप जो कुछ भी पढ़ने लायक है उसे पढ़कर परम सत्य को खोजने की कोशिश में काफी हतोत्साहित हो सकते हैं।लेकिन क्या होगा अगर एक किताब सबकुछ कह दे - वह सब कुछ जो आप ब्रह्मांड की उत्पत्ति, समय के रहस्य, कर्म की कार्यप्रणाली, प्रकृति के नियम, आतंरिक ... Read more

    $4.99 USD

  • Bhagwan Kaha Chau Timi

    by Aashish Jung ...
    हामी मानिसमा मात्रै आउँछ नकारात्मक बिचार।हामी मध्य केहि बुद्ध,नानक,जिसस आदि जस्ता बिचार राम्रा भएका पनि समय समयमा भेटिने गर्छन्।तर बिडम्बना,हामीले के गर्यौ?हामीले उनीहरुको बिचारलाई होइन,उनीहरुलाई नै मान्न थाल्यौ । ... Read more

    $3.00 USD or Free with Kobo Plus

  • Bhagwan Mahavir Ki Drishti Mein Bhagwan Ram (भगवान महावीर की दृष्टि में भगवान राम)

    by Sadhna Jain ...
    लेखिका साधना जैन एक बहुमुखी प्रतिभा की धनी रचनाकार हैं। उन्होंने अपने लेखन से धार्मिक साहित्य में फैले दुष्प्रचार की सांस्कृतिक रूप से व्याख्या करके गहनता के साथ शोध कार्य किया है जो बहुत ही महत्त्वपूर्ण बन गया है। इनकी यह पुस्तक "भगवान महावीर की दृष्टि में भगवान राम" एक सार्थक और संक्षिप्त हस्तक्षेप माना जा सकता है। यह पुस्तक मूलरूप से सम्राट श्रेणिक और भगवान महावीर के मध्य एक प्रश्न-उत्तर का हिस ... Read more

    $2.99 USD or Free with Kobo Plus

  • Bharat Ki Videsh Neeti (भारत की विदेश नीति)

    डॉ. राकेश कुमार आर्य अपने राष्ट्रवादी चिन्तन के लिए जाने जाते हैं। इस क्षेत्र में साहित्य सृजन करके उन्होंने साहित्यिक जगत में अपना महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। उनकी कृति 'भारत की विदेश नीति' - एकात्म मानववाद पर आधारित भारत की वैश्विक शांति को बढ़ावा देने वाली विदेश नीति को स्पष्ट करने वाला एक महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ है। इस पुस्तक में लेखक ने भारत के पड़ोसी देशों के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकार ... Read more

    $2.99 USD or Free with Kobo Plus

  • Bhartiya Bhashaon Mein Mahabharat Ki Sahitya-Yatra

    भारतीय भाषाओं में महाभारत की साहित्य-यात्रा

    ‘भारतीय भाषाओं में महाभारत की साहित्य यात्र’ एक ऐसी पुस्तक है जो हमें अपने साथ एक यात्रा पर ले चलती है। महाभारत अपने आप में एक ऐसी कालजयी रचना है जो हजारों वर्षों के कालखण्ड से पारगमित होती हुई आज भी हमारे बीच है। गाँव-देहात हो या कस्बा-शहर हर जगह, हर पीढ़ी के लोगों को इस कथा के बारे में कुछ न कुछ अवश्य पता होता है। महाभारत के विषय में यह प्रसिद्ध है कि-‘जो इस जीवन-जगत में है वह महाभारत में है और ज ... Read more

    $2.99 USD

  • Bhoj Sanhita Shukra Khand

    शुक्र ग्रह सभी ग्रह में सबसे तेजस्वी, मनमोहक व आकर्षक व्यक्तित्व का प्रतीक है! यह स्त्री ग्रह है, कामदेव का प्रतीक है । सुंदर जीवन साथी, जीवन के संपूर्ण भौतिक ऐश्वर्य शुक्र की कृपा से मिलती है । शुक्र ही जीवन का सौंदर्य है, शुक्र दैत्याचार्य हे । यह तंत्र-मंत्र, जादू- टोनों में सफलता, उत्तम वाहन, नौकर चाकर का, उत्तम भवन का लाभ शुक्र की स्थिति ही देती है । बारह लग्न एवं बारह भावों में शुक्र की स्थ ... Read more

    $2.99 USD

  • Bina Mare Paayen Swarg

    मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग में प्रोफेसर एवं प्राचार्य के रूप में सेवा दे चुके डॉ एच.एल. माहेश्वरी ने 42 वर्षा तक स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थियों को अध्यापन कराया। साथ ही आपके निर्देशन में कई छात्र-छात्राओं ने पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की। कई पत्र-पत्रिकाओं में आपके लेख और शोधपत्र प्रकाशित हुए हैं। आपकी प्रमुख प्रकाशित कृतियाँ हैं -बनवारीलालजी जाजू व्यक्तित्व एवं कृतित्वखूबस ... Read more

    $2.99 USD

  • Brahmavaivarta Purana

    Purunas are almost like an encyclopaedia listing the human achievements in this part of the world till the time they were edited or compiled. In every cycle of time the master editor called Vedavyas emerges to edit, vet and compile these records. Their significance is enormous even in the present, as they give a peep into the distant past of Hindus when the world was evolving and the psyche of the ... Read more

    $2.99 USD

  • Brahmvaivart Puran

    by Dr. Vinay ...
    भारतीय जीवन-धारा में जिन ग्रंथों का महत्वपूर्ण स्थान है उनमें पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं । पुराण-साहित्य भारतीय जीवन और साहित्य की अक्षुण्ण निधि हैं । इनमें मानव जीवन के उत्कर्ष और अपकर्ष की अनेक गाथाएं मिलती हैं । कर्मकांड से ज्ञान की ओर आते हुए भारतीय मानस चिंतन के बाद भक्ति की अविरल धारा प्रवाहित हुई । विकास की इसी प्रक्रिया में बहुदेववाद और निर्गुण ब्रह्म की स ... Read more

    $1.99 USD

  • Chakshopanishada

    by Umesh Puri ...
    हमारे शरीर में नेत्रों का स्थान सर्वोपरि होने के कारण ही इसे अनमोल कहा जाता है। नेत्रों में पीड़ा हो या उसमें रोशनी न हो तो वे व्यर्थ हैं। नेत्र नीरोग रहें उसमें रोशनी दीर्घकाल तक सामान्य रहे और किसी प्रकार की पीड़ा न हो इसके लिए चाक्षुषी विद्या की चर्चा होती है। चाक्षुषी विद्या चाक्षुषोपनिषत् पर आधारित है। यदि आप प्रतिदिन सूर्योदय काल में सूर्य देवता के समक्ष चाक्षुषोपनिषत् का 12 बार पाठ नियमित करे ... Read more

    Free

  • Chanakya Niti Evam Kautilya Arthshastra

    a a a a a a a a sa a a a a a a a sa a a a a a a a sa a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a -a a a a a a a a a a a a a a a a a a z a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a - a sa a a a a a a a , a sa a a a a a a a a a a a Ya a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a a ... Read more

    $7.99 USD

  • Garbh Gaatha

    by Kavita Jaggi ...
    यदि सत्य एक तो मतभेद क्यों? सत्य जानने वालों के मध्य कभी मतभेद नहीं हो सकता। शिव, कृष्ण, मुहम्मद, नानक, बुद्ध एवं ईसा आदि सभी ने सत्य को जाना। यदि ये सभी एक साथ होते तो क्या आपस में झगड़ते? वे एक दूसरे के प्रेम में आनन्द विभोर हो उठते एवं उनके भीतर से अश्रुधारा बह उठती। जैसे प्रेमी आपस में मिलते ही गद-गद हो उठते हैं। उनकी आँखें खुशी से छलक जाती हैं। परन्तु इन्हीं महापुरुषों की इबादत करने वाला मनुष ... Read more

    $1.08 USD

  • Geeta Krishan Ki, Siddhant Karm Ka (गीता कृष्ण की, सिद्धांत कर्म का)

    by Minakshi Jain ...
    भगवद्गीता से रहस्यमय पुस्तक मैंने आज तक नहीं पढ़ी। मानव जीवन के कितने गूढ़ रहस्य छिपे हैं इसमें। कुछ बाहर से दिखते हैं और बाकी शांत इस बड़े संसार रूपी रहस्यमय वातावरण में असंख्य वायु कणों की भाँति अलोप हैं। गीता पढ़ कर आभास हुआ कि कितना जीवन तो व्यर्थ हो गया। इसका सार समझना केवल कठिन ही नहीं कठिनतम है परंतु उसे आत्मसात करना लगभग असंभव। पर वह मानव ही क्या जो असंभव को सम्भव ना करे। जब मैंने गीता पढ़ ... Read more

    $1.99 USD or Free with Kobo Plus

  • Geetawali (Hindi)

    by Tulsidas ...
    आजु सुदिन सुभ घरी सुहाई |रूप-सील-गुन-धाम राम नृप-भवन प्रगट भए आई ||अति पुनीत मधुमास, लगन-ग्रह-बार-जोग-समुदाई |हरषवन्त चर-अचर, भूमिसुर-तनरुह पुलक जनाई ||बरषहिं बिबुध-निकर कुसुमावलि, नभ दुन्दुभी बजाई |कौसल्यादि मातु मन हरषित, यह सुख बरनि न जाई ||सुनि दसरथ सुत-जनम लिये सब गुरुजन बिप्र बोलाई |बेद-बिहित करि क्रिया परम सुचि, आनँद उर न समाई ||सदन बेद-धुनि करत मधुर मुनि, बहु बिधि बाज बधाई |पुरबासिन्ह प्र ... Read more

    $1.99 USD or Free with Kobo Plus

  • Hari Anant Hari Katha Ananta - (हरी अनन्त हरी कथा अनन्ता)

    जीवन-संगीतः 1942-2018 यह बात ध्यान देने की है कि यह बोध मेरे द्वारा किसी उपाय या चेष्टा से नहीं, बल्कि स्वयं उस सत्ता के वात्सल्य मय गुण के कारण, उसी की इच्छा से हो सका है। शायद इसी को सद्गुरू कृपा कहते हैं। (डायरी नं.-21 से साभार). ... Read more

    $2.99 USD or Free with Kobo Plus

  • Hindu Sanskriti Aur Gaye

    विदित ही है कि गौ माता के प्रत्येक अंग में देवताओं का वास है, अत: गौ माता संपूर्ण मानवजाति के उद्धार के लिए आई है। यह प्रत्यक्ष देवता है। भारत में अनादि काल से ही मुख्य कर्तव्य गौ पालन रहा है। प्राचीन काल में जिसके पास ज्यादा गाय होती थी, वही समृद्ध व संपत्तिशाली माना जाता था। यह बात विचारणीय है कि जब तक भारतवर्ष गौ संपदा से परिपूर्ण था तब तक संपूर्ण जगत के लिए आदर्श था और जब से गौ संपदा कम होने ... Read more

    $1.99 USD